Rental Agreement किराया आज के समय में आय का एक बहुत अच्छा साधन है आज जहां कोई मकान जैसी प्रॉपर्टी का मालिक है अपनी खाली पड़ी प्रॉपर्टी को किराए में देकर अपनी आय बढ़ा सकता है तो वही दूसरी तरह किराए का मकान उन लोगो के लिए वरदान के समान है जो पैसे न होने के कारण अपनी आशियाना नही बना पाते है लेकिन किराए पर ऐसी प्रॉपर्टी को लेते या देते समय जो सबसे इंपोर्टेंट चीज होती है वह है Rental Agreement
What Is A Rental Agreement
हेलो एंड वेलकम दोस्तो आज की इस पोस्ट पर मैं आपको बताने वाला हूं कि रेंट एग्रीमेंट बनवाते समय आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए जो आपके भविष्य में काम आती है तो चलिए शुरू करते है
Rental Agreement
रेंट एग्रीमेंट वो होता है जो किसी भी प्रॉपर्टी को किराए पर देने से पहले किरायेदार और मकान मालिक के समझौते से तैयार किया जाता है इस रेंट एग्रीमेंट में मकान मालिक की सारी शर्ते लिखित रूप में होती है जिस पर मकान मालिक और किरायेदार की सहमति के बाद ही सिग्नेचर किए जाते है
Rental Agreement भविष्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है अगर किसी भी प्रकार के बदलाव का प्रस्ताव मकान मालिक या फिर किरायेदार द्वारा रखा जाना हो तो उसके लिए 30 दिन पहले नोटिस दिया जाता है
रेंट एग्रीमेंट में बहुत सी ऐसी बताओ को ध्यान मे रखना जरूरी है जो मकान मालिक और किरायेदार दोनो के लिए जरूरी होती है जैसे कि
• रेंट एग्रीमेंट हमेशा स्टैंप पेपर पर ही बनाया जाता है इसमें मकान मालिक और किरायेदार दोनो के सिग्नेचर होने जरूरी है
• रेंट एग्रीमेंट में किरायेदार और मकानमालिक का नाम साफ साफ लिखा होना चाहिए साथ ही किराए पर दी जाने वाली जगह का पूरा पता भी दिया हुआ होना चाहिए
• रेंट एग्रीमेंट में किराए की ठीक जानकारी होनी बहुत जरूरी है साथ ही किराए देने की समयावधि की तारीख भी होनी चाहिए और किस दिन से देरी शुल्क लगाया जाएगा यह भी साफ साफ लिखा हुआ होना चाहिए
• रेंट एग्रीमेंट में किरायेदार द्वारा जमा की जाने वाले Security Money का उल्लेख होना चाहिए तारीख और दिन से कितने समय के लिए प्रॉपर्टी किराए पर दी जा रही है यह लिखा होना बहुत जरूरी होता है
• मकानमालिक द्वारा क्या क्या सुविधाएं दी जा रही है उसकी जानकारी भी Rental Agreement में होनी चाहिए और प्रॉपर्टी के साथ दूसरी कौन सी चीजे दी जा रही है जैसे – पंखा, गीजर, लाइट फिटिंग आदि यह भी लिखे हुए होने चाहिए
• किरायेदार को घर छोड़ने या मकान मालिक के द्वारा घर छुड़वाने से एक महीने पहले नोटिस देना जरूरी होता है
• मकान मालिक रेंट एग्रीमेंट बनवाने के लिए किसी भी वकील से बातचीत कर सकता है या स्टैंडर्ड रेंट एग्रीमेंट फॉर्म का प्रयोग कर सकता है
• रेंट के घर मे रहने वाले और प्रयोग करने वाले 18 साल के आयु से ऊपर के विवाहित और गैर विवाहित सभी सदस्यों के नाम रेंट एग्रीमेंट में लिखे जाते है जिससे बाद में प्रॉपर्टी की देखरेख की जिम्मेदारी सभी की हो और किराए से जुड़ी रकम किसी एक से ली जा सके
• मकानमालिक किरायेदार के बारे में पूछताक्ष कर सकता है जिससे वह सामाजिक गतिविधियों और क्रिमिनल बैकग्राउंड को जान सके
चलिए अब हम बात करते है कुछ इंपॉर्टेंस चीजों के बारे में किसी भी रेंट एग्रीमेंट में साइन करते समय और बनवाते समय मकान मालिक और किरायेदार दोनो को ही कुछ जरूरी चीजों का ध्यान रखना चाहिए जैसे
मकान मालिक और किरायेदार इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए
• मकानमालिक को जहां किरायेदार से जुड़ी पूरी जानकारी होनी चाहिए वही कहीं मकानमालिक कोई धोखा तो नही कर रहा इसकी जानकारी किरायेदार को होनी चाहिए
• कितने समय के लिए प्रॉपर्टी किराए पर दी जा रही है साथ ही बिजली,पानी और हाउस टैक्स का बिल कौन पे करेगा क्या वह किराए में शामिल है या किराए से अलग है यह साफ होना चाहिए
• किराया कितने समय के बाद बढ़ाया जाएगा और कितना बढ़ाया जाएगा यह सब भी Rental Agreement में साफ साफ शब्दों में लिखा हुआ होना चाहिए
• मकान मालिक के सब लैंडिंग से जुड़ी हुई नीति के बारे मे रेंट एग्रीमेंट में लिखा होना चाहिए
• किराए के माकन के कायदे कानून की जानकारी होना भी बहुत जरूरी है
रेंट कंट्रोल एक्ट, 1972
यह कानून किसी भी रिहायसी या व्यवसायिक प्रॉपर्टी जो किराए पर ली जाती है या दी जाती है उस पर लागू होता है और किरायेदार और मकानमालिक के सिविल राइट्स की रक्षा करता है
इस कानून का सही फायदा उस दशा में होता है जब प्रॉपर्टी का किराया 3500 रुपए प्रतिमाह या उससे ज्यादा हो अगर किराया 3500 से ज्यादा है और किरायेदार और मकानमालिक के बीच कोई विवाद पैदा होता है तो अदालत का दरवाजा खटखटाया जा सकता है
रेंट एग्रीमेंट नोटरी के वकील से बनवाया जा सकता है इसमें कुछ खास बातो का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी होता है
रेंट एग्रीमेंट नोटरी के वकील से बनवाते समय ध्यान रखे यह बाते
• किरायेदार और मकानमालिक का पूरा नाम और पता सही दर्ज होना चाहिए
• किराए के लिए निर्धारित कि गई रकम के साथ डिपोजिट की गई security और एडवांस का जिक्र भी होना चाहिए
• अगर बिजली, पानी का भुगतान किराए में नही है तो इसका जिक्र भी जरूर होना चाहिए
• किरायेदार से जबरदस्ती मकान खाली नहीं कराया जा सकता
• Rental Agreement में एक महीने के नोटिस का Provision होने के बावजूद कोई भी मकानमालिक किरायेदार से जबरदस्ती मकान खाली नहीं करा सकता अगर कोई मकानमालिक ऐसा करने की कोशिश करता है तो अदालत में उसके खिलाफ अर्जी दी जा सकती है और स्टे ऑर्डर लिया जा सकता है रीट इन Tenacny का केस नही होना चाहिए
Tenacny का अधिकार
मकान लेने से पहले किरायेदार को यह जान लेना बहुत ही जरूरी हैं कि जिससे वह मकान ले रहा है वही मकान का असली मालिक हैं अगर ऐसा नहीं है तो मकान किराए पर देने वाले के पास Tenacny का अधिकार होना चाहिए अगर यह सावधानी न बरती जाए तो मकान का असली मालिक बिना किसी नोटिस के मकान खाली करा सकता है
किरायेदार कि पूरी जानकारी होनी चाहिए
मकान मालिक के लिए यह बहुत ही जरूरी है कि वह किरायेदार की सही पहचान, मूल निवास, ऑफिस और आचरण के साथ साथ इस बात की पूरी जानकारी जुटा ले कि वह किराया देने की हैसियत रखता भी है या नही बाद में किरायदार अगर एक दो महीने किराया नहीं दे पाता तो मकान मालिक बिना अदालत का सहारा लिए मकान को खाली नहीं करा सकता है
मकान की maintenance
मकान की होनी वाली repairing और साल मे एक बार रंगपुताई का दायित्व मकानमालिक का बनता है किरायेदार को कानूनन यह अधिकार प्राप्त है और इस बारे मे वह मकानमालिक को कह सकता है और Rental Agreement में भी इसका जिक्र कर सकता है
किराए की बढ़ोत्तरी
रेंट एग्रीमेंट 11 महीनो के लिए Valid होता है और नए एग्रीमेंट में पहले कानूनी किराए में 10% की वृद्धि का Provision है अगर मकान मालिक इससे ज्यादा किराया बढ़ाने का दबाव बनाता है तो किरायेदार को अपनी आपत्ति जताने का अधिकार है किराया तय करने से पहले उस क्षेत्र के आस पास के मकानों से किराया का आंदाजा जरूर लेना चाहिए
तो दोस्तो आज की इस पोस्ट पर आपने जाना कि Rental Agreement बनवाते समय किन किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए ताकि बाद में कोई प्रॉब्लम न हो तो अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो अपने दोस्तो के साथ साझा जरूर करे और इससे जुड़े सवाल पूछ सकते है।