मैं आज आपको इस पोस्ट पर तलाक, घरेलू हिंसा, सेक्शन 498a के केस में IPC की धारा 498a से कैसे बचे कानूनी पैंतरे बताने वाला हूं दोस्तो 498a यह जब बनाया गया था तो यह पत्नियों को secure करने के लिए बनाया गया था ताकि उसके ससुराल वाले और उसका पति उसके ऊपर जुल्म ना कर पाए लेकिन आज के समय मे 498a केस मे 80 प्रतिशत केस fake होते है और इनका मकसद सिर्फ पतियों को लूटना और अपने ससुराल वालो को परेशान करना होता है पिछली पोस्ट एफआईआर कैसे लिखे
IPC की धारा 498a से कैसे बचे

आज के इस पोस्ट पर में आपको 498a केस मे ऐसे कानूनी पैंतरे बताने वाला हूं कि जिनको अपनाकर आप अपने केस को Powerful और मजबूत बना सकते है और दोस्तो इस पोस्ट पर में पत्नियों के लिए कोई कानूनी पैंतरा नही बताने वाला क्योंकि पत्नियां तो 498a में केस दायर करेंगी मैं इस पोस्ट पर सिर्फ पतियों के लिए कानूनी पैंतरे बताऊंगा जिससे पति अपने आप को बचा सके और अपनी फैमिली को बचा सके तो चलिए शुरू करते है
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 1.
महिला थाने में जब भी आप जाए तो आपको शिकायतकर्ता के साथ परिसर में नही घुसना चाहिए हमेशा उससे 5 मिनट आगे या उससे 5 मिनट पीछे ही आपको प्रवेश करना चाहिए बाहर निकलते वक्त भी इसी प्रकार से आपको सावधानी बरतनी चाहिए

अगर आपको किसी और शहर के महिला थाने मे जाना हो तो अपने किसी मित्र को अपने साथ ले जाए हमेशा महिला थाने मे जाते समय अपना मोबाइल टेलीफोन अपने साथ ले जाए और उसको चालू रखे जरुरत की दवाइयां भी अपने साथ ले जानी चाहिए और कोई कीमती वस्तुएं आपको बिल्कुल भी साथ में नही रखनी चाहिए यहां तक कि आपका जो टेलीफोन जो मोबाइल है वह भी आपको बहुत सस्ता ही रखना चाहिए आपको निडर होकर बात करनी चाहिए और चीखने चिल्लाने और लड़ने की कोशिश नही करनी चाहिए
अपनी पत्नी को अपने ऊपर हमला नही करने देना चाहिए अगर आप किसी ऐसी जगह जा रहे है जहां आप 498a पत्नी से दो चार होंगे तो कोशिश करे आपकी माता या आपकी बहन आपके साथ रहे लेकिन अगर किसी कारण से आपकी मां या आपकी बहन आपके साथ नही होती तो इसका यह मतलब नहीं है कि आपकी पत्नी को आपके ऊपर हमला करने की छूट मिल जाती है अगर वह ऐसी कोई बेवकूफी करती है तो आपको तुरंत शोर मचाकर भीड़ को इकट्ठा कर लेना चाहिए
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 2.

अदालत में अपने किसी गुप्त शत्रु को अपनी ओर से गवाह बनाने की गलती न करे सभी तारीखों पर जाने की कोशिश करे अपनी कानूनी लड़ाई के दौरान जिन भी लोगो से मिलना पड़े उन्हें सिर्फ उतनी ही जानकारी दे जितनी ज़रूरी हो उससे अधिक हरगिज नहीं देनी चाहिए अपने माता पिता को अदालत वकीलों की ओर से भागदौड़ से बचाना चाहिए यह सारे काम आपको खुद ही करना चाहिए
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 3.
अगर आपकी पत्नी ने आपके विरुद्ध गंभीर किस्म की बेबुनियाद आरोप लगाए है तो आप भी भी उस पर गंभीर और बेबुनियाद आरोप लगाए अगर उसने आपके दो रिश्तेदारों को कानूनी कीचड़ में घसीटा है

तो आप भी कीचड़ उठाकर उसके आठ रिश्तेदरों पर फेंक मारे वे उस पर और मां बाप पर झगड़ा खत्म करने के लिए दबाव डालेंगे कड़वी भावनाओ का ऐसा तूफान खड़ा कर दे भर्रा जाए और वह परेशान हो जाए
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 4.
अगर आपको लगता है कि आपका केस कमजोर हैं तो आपके वकील को मामले को लंबा घसीटने के लिए कहे अगर आपका वकील ऐसा करेगा तो सामने वाला पक्ष परेशान होने लगेगा और यह भी याद रहे

ऐसी स्थिति में अपनी पत्नी को उसके द्वारा वंचित आधार पर तलाक न दे तलाक हमेशा अपनी शर्तो पर दे या अपने द्वारा वंचित आधार पर ले झगड़ालू महिला को अपनी खून पसीने की कमाई और दूसरे पुरुष से विवाह करने की आजादी के लिए लड़ने पर मजबूर करे
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 5.
उससे उसी की भाषा में बात करे याद रहे हमारे देश के हुक्मरान वकीलों ने अनगिनत कानूनो का जंजाल सिर्फ इसलिए बनाया है कि इनके कारण बड़े पैमानो पर जो मुक़दमे बाजी होती है उससे उन्हें अपने निकट के लोगो को लाभ होता रहे यहां इस पोस्ट पर यह बताने की बिल्कुल भी जरूरत नही है

कि उनके निकट के लोग किस कारोबार में लगे हुए है इन महान पुरुषो और महिलाओं को इनके द्वारा वंचित परिणाम दे मुकदमेबाजी… मुकदमेबाजी सिर्फ मुकदमेबाजी करे अपनी लड़ाई लड़ने के लिए सूचना अधिकार आवेदनों और पत्राचार का प्रयोग करे लेकिन हद से ज्यादा इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 6.

मुश्किलों को रिश्वत के रास्ते से हल करने की कोशिश न करे सारा काम कानूनी तरीके से ही करना चाहिए
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 7.
विवाह विच्छेद याचिका केवल परपुरुषगमन या जार्ता, क्रूरता, अथवा लैंगिग रोग के आधार पर ही डालना चाहिए या फिर धोखाधडी के आधार पर विवाह को रद्द करने की कोशिश करनी चाहिए लंबी मुकदमेबाजी के बाद आपकी पत्नी खुद ही आपसे रजामंदी से फैसले करने के लिए आपसे बात करेगी

यहां यह बात जानने के लायक है नगर न्यायालय के फैसलों को पोझधारी अदालत के फैसलों पर तर्जिज दी जाती है इसलिए अगर आप विवाह विच्छेद प्रकरण में यह स्थापित कर दे कि आपकी पत्नी ने आपके साथ क्रूरता से बर्ताव किया है तो आपका पक्ष अपराधिक प्रकरण में अपने आप मजबूत हो जाता है और आपकी पत्नी का 498a संबंधित मुकदमा जितना बहुत मुश्किल हो जाता है।
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 8.
कुछ इसी तरह अगर आप आपसी सहमति से विवाह विच्छेद का आवेदन प्रेषित करते है तो आपको अपना विवाह विलुप्त करने से से पहले यह जरूर लिखना पड़ेगा कि आप दोनो के बीच कोई मतभेद नहीं रहा है

ऐसा करते ही आपको भविष्य में उस महिला और उस परिवार की ओर से अपने या अपने परिवार के खिलाफ हो सकने वाले किसी भी किस्म की मुकदमेबाजी की आशंका के विरुद्ध दोषहीन गारंटी मिल जाती है।
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 9.

कभी भी तफ्तीश अफसर या जन अभियोक्त से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संपर्क स्थापित करने की कोशिश न करे
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 10.

कभी भी अपनी पत्नी से यह मांग न करे कि वह अपना मुकदमा वापस ले ले इस नियम का उलंघन केवल सुलह या मध्यस्थता के प्रक्रिया के चालू होने के दौरान किया जा सकता है।
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 11.
अपनी पत्नी और उसके माता पिता को अपने माता पिता के घर में घुसने से रोकने के लिए स्थाई निषेधाज्ञा हेतु याचिका

प्रेषित करे अपने आप को और अधिक सुरक्षित करने के लिए और उसके रिश्तेदारों का उपहास करने के लिए उसके खास रिश्तेदारों का नाम भी अपनी याचिका में शामिल करे
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 12.
किसी भी हाल में अपने माता पिता को अखबार मे दिए गए नोटिस के जरिए आप को संपत्ति से बेदखल न करने दे अनेक वकील ऐसी तरकीब से आपको अपनी पत्नी को आपके माता पिता के घर मे घुसने से रोकने की कोशिश के लिए सलाह देते है ऐसा आमतौर पर पुत्र व पुत्रवधु को एक इकाई मानकर चलने की वजह से किया जाता है

यह खतरनाक बेवकूफी भरा कदम है जिससे पहले बनाई गई सारी वसीयते रद्द हो जाती है इतना ही नहीं अगर आपके माता पिता को इतना करने के बाद अगर कुछ हो जाता है तो आप बेघर हो जाएंगे इसलिए ऐसा बिल्कुल भी न करे बल्कि इसके ठीक विपरीत वकीलों के साथ का फायदा उठाते हुए अपने माता पिता के हाथो कायदे से तैयार की गई वसीयत बनवानी ही बुद्धिमानी होगी याद रहे की कानूनी प्राधिकारण के परस्पर विरोधी चित्रण निर्देशित करना यह खतरे से खाली नहीं है आखिर आप न तो कोई अभिनेता है और न ही कोई नेता है
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 13.
अपना निवास स्थान आपको बिल्कुल भी नही बदलना चाहिए सिवाए ऐसी स्थिति के जिसमे की आपका वकील

आपको यह तर्क दे कि ऐसा करने से आपको कोई बहुत पक्का कानूनी लाभ होने वाला है आखिर आपको घर मिला है और किसी भी व्यक्ति को आपको घर छोड़ने पर मजबूर करने की स्थिति में नही आने देनी चाहिए
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 14.
जवाबी मुकदमे दायर करे इसका असर तीन तरफ से होगा पहली बात तो यह होगी की आपकी श्रीमति 498a यह समझ जायेगी की आप अपने दुश्मन को लड़े बैगर जितने नही देंगे
दूसरा असर यह होगा की उसको अपनी कानूनी हिफाजत रखने के लिए वकील रखना पड़ेगा और वकील मुफ्त में तो काम करेगा नही वह किसी भी काम करने के लिए पैसे लेगा और

तीसरी और सबसे अच्छी बात यह होगी की अब उसको और उसके माता पिता के दिलो दिमाग मे अपने विरुद्ध डाले गए मुकदमों के बदौलत हर वक्त परेशानी बनी रहेगी बहुत जल्दी वह यह समझने लग जायेगी कि मुफ्त का माल मिलने की शुरुआती अपेक्षा बिल्कुल गलत थी उसके ठीक उल्टा अब उसे अपने जेब से पैसे जिनकी भरपाई की कोई गारंटी नहीं है खर्च करने पड़ रहे है और साथ ही साथ कानूनी प्रताड़ना और दिमागी परेशानी भुगतनी पड़ रही है जब उसे और उसके परिवार को यह दिखेगा कि यहां लेने के देने पड़ गए है तब उसके मन मे शांति और अज्ञान खत्म होने लगेगा और झगड़े को खत्म करने के बारे मे सोचने लगेगी आपसी सहमति से विवाह विच्छेद करने की अपेक्षा आसान रास्ते के बारे में वह सोचने लगेगी
IPC की धारा 498a से कैसे बचे – पॉइंट नंबर 15.
यह बात आपको याद रखनी चाहिए कि चोरों को हमेशा चालाकी से ही पकड़ा जा सकता है तो दोस्तो आज के इस पोस्ट पर मैने आपको यह 15 कानूनी पैतरे बताएं है की जिनको अपनाकर अपने 498a के केस को काफी मजबूत बना सकते है और आपकी पत्नी का केस काफी कमजोर पड़ सकता है दोस्तो में आजकल देखता रहता हूं 498a के केस मे काफी लोग परेशान रहते है काफी लोग पूछते है की सर हमे बेगुनाह है निर्दोष है और हमारी पत्नी ने हमे 498a में फसा दिया है तो हमे कोई सलाह दीजिए तो मैने इसलिए यह पोस्ट लिखी है ताकि आप अपने 498a के केस को काफी मजबूत बना सके

तो दोस्तो अगर आपको IPC की धारा 498a से कैसे बचे यह जानकारी अच्छी लगी है तो अपने मित्रो को शेयर करे और कुछ प्रश्न पूछने हो तो नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते है।
